उत्तराखंडियत के रास्ते पर आने वाली सरकारें और हम सक्रिय राजनैतिक व्यक्ति चलें, उसके अनुरूप अपना आचरण करें, उसके लिए एक सामाजिक दबाव ग्रुप की आवश्यकता मैं बहुत दिनों से महसूस कर रहा हूंँ, जो मेरे ऊपर भी दबाव पैदा करे और मेरे माध्यम से सरकारों के ऊपर भी दबाव पैदा करे। मैंने उस दिशा में राज्य के अंदर कानूनी व्यवस्था आदि को लेकर भी कई दिक्कतें व चुनौतियां हैं, उनमें मार्गदर्शन के लिए सहयोगी के रुप में पूर्व मुख्यमंत्री के अवैतनिक #सलाहकार के रूप में #दीनदयाल_उपाध्याय जी के प्रपौत्र श्री #चंद्रशेखर उपाध्याय जी को नियुक्त करने का फैसला किया और उनसे आग्रह किया कि वो स्वीकार करें। मुझे खुशी है कि उन्होंने मेरा निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और उनको मैंने प्रथम दायित्व के रूप में #मुजफ्फरनगर_कांड में जिस तरीके से अपराधी निरंतर कानून की प्रक्रियाओं से बचकर के निकल रहे हैं तो हम राज्य के रूप में किस तरीके से अपनी उन माताओं-बहनों के लिये, जिन लोगों ने #उत्तराखंड_राज्य के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया, न्याय प्राप्त कर सकें तो उसमें वो कुछ मार्ग सुझाएं ताकि उस अनुसार आने वाले समय में हम कदम उठा सकें।
श्री चंद्रशेखर ने रामपुर तिराहा कांड में इलाहाबाद हाईकोर्ट से आंदोलनकारियों को राहत दिलवाई थी।