मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश के सभी पत्रकारों को कोविड-19 में फ्रंटलाईन वर्कर बताते हुए बिना आयु प्रतिबंध के वैक्सीनैशन के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से लड़ने के दौरान पत्रकार साथियों ने सही सूचनाओं का सम्प्रेषण जागरूकता एवं अन्य प्रचार-प्रसार के कार्यों हेतु फ्रंटलाईन वॉरियर के रूप में सहयोग दिया है। इस कार्य में लॉकडाउन से वर्तमान तिथि तक सूचना विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी निरंतर कोविड-19 से जुड़े विभिन्न कार्यो में सही सूचनाओं का सम्प्रेषण जागरूकता में सम्मिलत रहे है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि प्रदेश में पत्रकारों मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधियों और सूचना विभाग के अधिकारियों/ कर्मचारियों का का फ्रंटलाईन वर्कर्स की भांति बिना किसी आयुसीमा की प्रतिबन्ध से वैक्सिनेशन करवाने की व्यवस्था की जाए।वैक्सिनेशन के लिए देहरादून सहित प्रत्येक जनपद में कुछ वैक्सिनेशन सेंटर चिन्हित किये जाएं, जहां पर मीडिया प्रतिनिधि अपना वैक्सनेशन करा सके। मुख्यमंत्री के निर्देश पर महानिदेशक सूचना रणबीर सिंह चौहान ने आवश्यक कार्यवाही के लिए सचिव स्वास्थ्य को अनुरोध पत्र प्रेषित किया है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कुम्भ मेला-2021 की कवरेज करने वाले पत्रकारों का दिनाक 31 मार्च, 2021 को नगर निगम सभागार में कोविड वैक्सिनेशन किया गया था।
दरअसल उत्तराखंड में कई पत्रकार कोरोना पॉजिटिव हुए थे क्योंकि अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स की तरह ही पूरे लॉकडाउन और कोविड- काल में मीडिया जगत से जुड़े सभी पत्रकारों ने सूचनाएं आम जनता तक पहुंचाई यही नहीं पत्रकारों ने समाज में कोविड-19 कि ना सिर्फ जानकारी दी बल्कि उससे कैसे खुद अपने परिवार और समाज को बचाया जा सकता है उसके बारे में भी लगातार जानकारियां दी सबसे बड़ी बात यह है कि कोविड- संक्रमण काल में सरकार किस तरीके से काम कर रही है सरकार का तंत्र जिसमें जिला प्रशासन पुलिस और सबसे बड़ी बात की फ्रंटलाइन वर्कर्स में मेडिकल स्टाफ किस तरीके से मरीजों की ना सिर्फ मदद कर रहा है बल्कि उनको अपनी जान पर खेल के बचा रहा है उसके बारे में भी आम लोगों तक खबरों के माध्यम से जानकारी दी ऐसा नहीं है कि कोरोना संक्रमण काल में पत्रकारों ने सिर्फ फ्रंटलाइन वर्कर्स बल्कि आम लोगों को हो रही परेशानियों रोजमर्रा की जरूरत है की पूर्ति ना होना और कैसे आम लोगों तक राशन पहुंचाया जा सके उसकी भी जानकारी अपने खबरों के माध्यम से दी यही वजह है कि उत्तराखंड की सरकार ने पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर्स मानकर सभी का वैक्सीनेशन करने के निर्देश दिए हैं