देहरदुन:- उत्तराखंड में 17 अप्रैल को अल्मोड़ा की सल्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है ये सीट भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के निधन के बाद खाली हुई है । 2017 में विधानसभा चुनावों में 3 ऐसी विधानसभा में थी जिसमें सबसे कम वोटर टर्नआउट यानी मतदान का प्रतिशत कम था सल्ट विधानसभा सबसे कम मतदान प्रतिशत वाली विधानसभा 2017 में थी जिसमें 46 फ़ीसदी मतदान हुआ था।सल्ट विधानसभा विधानसभा में 95735 टोटल वोटर रजिस्टर थे और पोलिंग 43895 हुई थी अब ऐसे में कांग्रेस और भाजपा के लिए यही सबसे बड़ी चुनौती है कि अगर इस विधानसभा उपचुनाव में फिर से मतदान प्रतिशत कम रहा तो किसके लिए नुकसान हो सकता है राजनीतिक जानकारों के मुताबिक इस वक्त उत्तराखंड की सत्ता पर भाजपा काबिज है और मतदान का प्रतिशत अगर कम रहता है तो कहीं भाजपा के लिए दिक्कत न पैदा कर दे तो वहीं कांग्रेस में आपस की गुटबाजी इस बात की पूरी आशंका जाहिर कर रही है कि कहीं गुटबाजी और आपसी मतभेद के कारण यह सीट कांग्रेस के हाथ से छूट न जाए
वहीं दूसरी तरफ पौड़ी जिले की चौबाटाखाल और लैंसडाउन सीट भी कम मतदान प्रतिशत में दूसरे और तीसरे नंबर पर रही थी जिसमें चौबाटाखाल विधानसभा में 46 फ़ीसदी मतदान हुआ था यानी 92610 टोटल वोटर्स थे और 42850 मतदान हुआ तीसरे नंबर पर सबसे कम मतदान वाली विधानसभा लैंसडाउन सीटी जिसमें 47 तीसरी मतदान हुआ था यहां पर 84832 टोटल वोटर से और 39776 वोटिंग हुई थी
अब जब हम बात कर रहे हैं कि सबसे कम ऐसी तीन उत्तराखंड की विधानसभा में कौन सी थी जहां पर सबसे कम वोट प्रतिशत रहा था तो वहीं सबसे ज्यादा 3 विधानसभा में थी जहां पर सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत रहा था जिसमें हरिद्वार की लक्सर हरिद्वार ग्रामीण और पिरान कलियर विधानसभा सीट थी जहां पर सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत रहा था जिसमें सबसे पहले लक्सर विधानसभा में 81.9 प्रतिशत मतदान रहता यहां पर 95274 मतदाता रजिस्टर थे और 78070 वोटिंग हुई अब ऐसे ही हरिद्वार ग्रामीण में 81.7 प्रतिशत मतदान हुआ था और यहां पर 120 195 वोटर रजिस्टर है और 98213 वोटिंग हुई तीसरे नंबर पर हरिद्वार की ही पिरान कलियर विधानसभा सीट सबसे ज्यादा वोटिंग प्रतिशत में थी जिसमें 81.5 प्रतिशत वोटिंग हुई पिरान कलियर विधानसभा में 11058 वोटर रजिस्टर थे और 90529 वोटिंग हुई
2017 में उत्तराखंड में हुए विधानसभा चुनावों में 65 फ़ीसदी वोटर्स टर्नआउट रहा था तो वहीं 2012 के विधानसभा चुनावों में वोटर टर्नआउट 67 फ़ीसदी रहा था। 2017 के विधानसभा चुनावों में सल्ट विधानसभा भाजपा के सुरेंद्र सिंह जीना ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस की गंगा पंचोली को 2904 वोटों से हराया था। सुरेंद्र सिंह जीना को 21581 यानी 49 फ़ीसदी वोट हासिल हुए थे तो वहीं कांग्रेस की गंगा पंचोली को 18677 यानी 43 फ़ीसदी वोट हासिल हुए थे इस सीट पर मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही रहने वाला है इसके लिए दोनों ही राष्ट्रीय दलों ने अपने पर्यवेक्षक तैनात कर दिए हैं जो वहां पर कौन सा उम्मीदवार होगा जो इस सीट को जीत सकता है सत्तारूढ़ भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि 2017 में उसने यह सीट जीती थी तो ऐसे में इस सीट पर अपनी जीत बरकरार रखने के लिए सारे राजनीतिक समीकरण बीजेपी तैयार कर रही है तो वहीं कांग्रेस भी इस सीट को जीतकर सत्तारूढ़ भाजपा को बड़ा झटका देना चाहती है