सिखों के पवित्र तीर्थ हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 4 सिंतबर को सुबह 10 बजे श्रद्वालुओं के लिए विधि विधान से खोल दिए जायेंगे। कपाट खुलने से पहले जिला प्रशासन एवं गुरूद्वारा प्रबंधन समिति ने यात्रा के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली है। सिखों के 10 वें गुरु गोविंद सिंह की तपस्थली हेमकुंड साहिब के कपाट हर वर्ष 25 मई या एक जून को खुलते थे, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते अब 4 सितंबर को हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने का फैंसला हुआ है।
हेमकुंड साहिब गुरूद्वारा प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष नरेन्द्र जीत सिंह बिन्द्रा से बुधवार को जिलाधिकारी ने विचार विमर्श के बाद हेमकुंड के कपाट 4 सितंबर को इस वर्ष के लिए खोलने का निर्णय लिया । बता दें कि प्रशासन के द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार इस बार हेमकुंड साहिब की यात्रा पर उत्तराखंड के बाहर से आने वाले सभी श्रद्वालुओं को 72 घंटे पहले कोविड का पीसीआर टेस्ट कराना जरूरी होगा। इसके अलावा उत्तराखंड सरकार की वेबसाईट से ई-पास लेकर ही यात्रा की इजाजत दी जाएगी। यात्रा के दौरान गुरूद्वारों में शारीरिक दूरी, मास्क पहनना एवं कोविड के सभी नियमों का पालन करना भी अनिवार्य रहेगा। तीर्थ यात्रा पर आने वाले श्रद्वालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग भी कराई जाएगी।
वहीं प्रशासन ने हेमकुण्ड साहिब की सुरक्षित एवं सुगम यात्रा के लिए लोक निर्माण विभाग, विद्युत एवं जल संस्थान को यात्रामार्ग पर जरूरी व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के निर्देश जारी कर दिए है। स्वास्थ्य विभाग को चिकित्सकों की तैनाती एवं दवाईयों का स्टाॅक रखने, जिला पंचायत को यात्रामार्ग में नियमित सफाई के लिए कार्मिकों की तैनाती तथा गुरूद्वारा प्रबंधन समिति को गोविन्द घाट, घांघरिया आदि स्थानों पर आवासीय व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है।