वायरल वीडियो:-संवेदनशील क्षेत्र केदारघाटी में ब्लास्टिंग के जरिए इस घाट को तोड़ने का काम ,

केदारनाथ घाटी से एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है जिसमें मंदाकिनी और सरस्वती के संगम पर ब्लास्टिंग की जा रही है और इस वीडियो में एक व्यक्ति यह दिखा रहा है कि मंदाकिनी और सरस्वती के संगम पर पुनर्निर्माण के लिए ब्लास्टिंग के जरिए घाट को तोड़ा जा रहा है। वीडियो में पूरी जानकारी दी जा रही है कि किस तरीके से संवेदनशील केदारनाथ घाटी में ब्लास्टिंग के जरिए निर्माण कार्य हो रहे हैं
वही केदारघाटी में चल रहे पुनर्निर्माण के कार्यों का अब तीर्थ पुरोहितों ने भी विरोध शुरू कर दिया है … तीर्थ पुरोहितों की मानें तो केदारघाटी में आपदा के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंदाकिनी नदी के किनारे 28 करोड़ की लागत से एक घाट का निर्माण किया था जिसमें चेंजिंग रूम आदि की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थी … लेकिन अब उस घाट को पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के नाम पर अधिकारियों के द्वारा तोड़ दिया गया है … तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि जिस प्रकार से घाट को तोड़ने का काम जारी है और इस संवेदनशील क्षेत्र में ब्लास्टिंग के जरिए इस घाट को तोड़ने का काम किया जा रहा है वह आने वाले समय में केदारनाथ धाम के लिए खतरे का सबक बन सकता है । इसलिए तीर्थ पुरोहित लगातार इन सब चीजों का विरोध कर रहे हैं।
दरअसल केदारनाथ 11700 फुट पर मौजूद है और उसके आसपास बड़े-बड़े ग्लेशियर भी मौजूद है ऐसे में केदारनाथ संवेदनशील इलाकों में आता है 2013 की आपदा के बाद यह पूरा इलाका अति संवेदनशील  जोन में हो गया है। लेकिन जिस तरीके से इतने ऊंचाई वाले प्लास्टिक की जा रही है उससे एक और आपदा का निमंत्रण दिया जा रहा है क्योंकि इस इलाके में बड़े-बड़े ग्लेशियर्स मौजूद है जो ब्लास्टिंग की वाइब्रेशन से फिर से टूट कर नीचे इलाकों में आकर भारी तबाही मचा सकते हैं।


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