केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने ग्रामीण पुस्तकालय विधिवत शुभारंभ कर दिया है। केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के फलई गाँव के पंचायत भवन में पहले ग्रामीण लाइब्रेरी शुरू हुई।मनोज रावत ने अपनी विधानसभा में इस मुहिम की शुरुआत की है।गाँव की लाइब्रेरी में उत्तराखंड के प्रख्यात लेखकों की पुस्तकों के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की करीब 500 से ज्यादा किताबे आई है।
फलई गाँव के बाद पूरे विधानसभा के 160 गांवों में भी लाइब्रेरी बनाई जाएगी जिसे ग्राम सभा को सौंप दिया जाएगा।मनोज रावत ने कहा कि हर गांवों में लाइब्रेरी उनका सपना था और आज उनका ये सपना पूरा हो रहा है।इस लाइब्रेरी में उत्तराखंड के इतिहास,भूगोल,लोक संस्कृति,खान पान के साथ ही सामान्य विज्ञान की भी पुस्तकें है।
इसमें कुछ लेखकों – चंद्रकुंवर बर्त्वाल जी का सम्पूर्ण साहित्य , हरिदत्त भात ‘शैलेश’ जी की कुछ पुस्तकें और हमारे मल्या मुल्की , नागपुर-दशज्यूला को सही ढंग से प्रतिविम्बित करने वाले जीतू-बगडवाल के रचियता उमा शंकर ‘सतीश’ जैसी कुछ किताबें जो अप्राप्य हैं रह गयी हैं।
विधायक मनोज रावत ने कहा:-
कई लोग जिनमें कुछ पंचायत के प्रतिनिधि भी हैं मुझसे पूछते हैं कि क्यों लाइब्रेरी दे रहे हो , क्या लाभ होगा इससे आपको या इसके बजाय 100 लोगों को खडींचा दे देते।मेरा एक ही जबाब है, ये उन बच्चों , बहिनों , बुजुर्गों और युवाओं के लिए है जो पड़ना चाहते हैं पर साधन नही हैं ।
इनमें से एक भी पड़ कर दुनिया में अपना और केदारघाटी का , उत्तराखंड का और भारत का नाम रोशन कर ले तो मैं समझूंगा कि मेरा विधायक बनना सार्थक हो गया।मेरे स्वर्गीय पिता जी ने मुझे पुस्तकों से प्रेम करना सिखाया मैं इस परंपरा को बड़ा कर उन्हें श्रद्धांजलि देना चाहता था , मेरा वो सपना भी पूरा हुआ।