जिंदगी के दिन गिने नहीं जाते, संघर्ष के दिन अवश्य गिने जा रहे हैं,क्यों बोला हरीश रावत ने

उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले की सल्ट विधानसभा के उपचुनाव को लेकर प्रचार चल रहा है 17 अप्रैल को सल्ट विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान होना है ऐसे में भाजपा कांग्रेस दोनों राजनीतिक दलों ने एड़ी चोटी का जोर और दमखम लगा रखा है वैसे देखा जाए तो 2017 में भाजपा ने सल्ट विधानसभा सीट का चुनाव जीता था। और इस विधानसभा सीट के पूर्व विधायक स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह जीना के निधन के बाद यह सीट खाली हुई है और ऐसे में इसी वजह से यहां पर उपचुनाव करवाया जा रहा है जहां एक और सत्तारूढ़ भाजपा ने महेश जीना को उम्मीदवार बनाया है तो वहीं कांग्रेस ने 2017 में दूसरे नंबर पर रही गंगा पंचोली को दोबारा से इस विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है

इस उपचुनाव के लिए सत्तारूढ़ भाजपा ने अपने सभी कैबिनेट मंत्री और बड़े नेताओं के साथ पार्टी के पदाधिकारियों को भी चुनाव प्रचार में जिम्मेदारी दी हुई है तो वहीं कांग्रेस ने भी अपने सभी पूर्व विधायकों समेत मौजूदा विधायकों और पार्टी संगठन के लोगों को इस चुनाव में प्रचार की जिम्मेदारी दी हुई है

अब सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत इन दिनों कोरोना पॉजिटिव है और दिल्ली के एम्स में अपना इलाज करवा रहे हैं हरीश रावत का नाम इसलिए लिया गया है क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का पैतृक आवास सल्ट विधानसभा से काफी जुड़ा हुआ है और उनकी राजनीतिक पैठ इस पूरी विधानसभा में जमीनी स्तर तक है

ऐसे में दिल्ली एम्स अस्पताल से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक मार्मिक ऑडियो जारी किया है जिसमें वे कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पंचोली के लिए शर्ट विधानसभा की जनता से वोट की अपील कर रहे हैं।

हरीश रावत ऑडियो में कहते हुए नजर आ रहे हैं कि

जिंदगी के दिन गिने नहीं जाते,
संघर्ष के दिन अवश्य गिने जा रहे हैं,
एम्स के अति पूर्ण संघर्षपूर्ण मेरे सम्मुख चुनौतियां केवल स्वस्थ होने की नहीं है,
अभी तो अपने गांव के निकट दोगन गांव को विजयी देखने की भी है,
गंगा रूपी कांग्रेस की जीत 2022 के चुनावों के लिए अमृत धारा है,
मेरे गांव घर की बेटी गंगा की विजय उत्तराखंड की महिला शक्ति संघर्ष की जीत होगी,
भाजपाई धन शक्ति के ऊपर पहाड़ों की गरिमा की जीत होगी,
दोस्तों मैं इन दोनों संघर्षों में जीतूंगा आप के आशीर्वाद कुलदेवता व मां के प्रसाद से जीतूंगा,
मेरी एक बहन बेटी के खंड स्वर हरदा हमारो आलो दोबारा,
मेरे आत्म बल को त्रिगुणित कर रहा है,
मेरी आंखों में आंसू है संघर्ष के इन कदमों में मैं आपके पास नहीं हूं,
पार्टी का राष्ट्रीय व स्थानीय नेतृत्व एकांगी युद्ध में है,
मैंने सन 1969 से आपका साथ थामा यह साथ यदि टूटता है तो मेरे लिए मौत सरीखा होगा,

जय सल्ट जय उत्तराखंड,

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