देहरादून- उत्तराखंड में अजब गजब बयानों का खेल होने के बाद कुछ न कुछ अजब गजब ऐसा हो रहा है …जो पुरे देश में चर्चा का विषय तो है बल्कि सोशल मीडिया में मीम बन रहे है …
इस बार उत्तराखंड के बागेश्वर में कुछ फिर से इस नया हुआ कि राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया … दरअसल इस बार चर्चा का विषय भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के बागेश्वर दौरे का है ….जिसमे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को बागेश्वर में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया … जबकि गार्ड ऑफ ऑनर का प्रोटोकॉल विधायकों और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को नही दिया जाता है ..अब ऐसे में उत्तराखंड में बागेश्वर जिले में नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया है . इसके अलावा मदन कौशिक सरकारी हेलीकॉप्टर से बागेश्वर पहुंचे थे ।
उत्तराखंड में सीएम का चेहरा बदलने के बाद कई बड़े बदलाव भी इस बीच हुए है। लेकिन अधिकारियों को यह समझ नहीं आ रहा है कि उन्हें प्रोटोकॉल के तहत किसका आदर और सम्मान करना है और किसका नहीं… ताजा मामला बागेश्वर जिले का जहां बीजेपी के नए अध्यक्ष मदन कौशिक को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। लेकिन मदन कौशिक दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर पूरी तरीके से प्रोटोकॉल के खिलाफ है, क्योंकि किसी राजनीतिक दल के प्रदेश अध्यक्ष को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाना नियमों के तहत नहीं आता है.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को दिए गए गार्ड ऑफ ऑनर को लेकर अब पुलिस महकमे में भी चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर इतनी बड़ी गलती हुई कैसे। लेकिन पुलिस विभाग ने इस गलती को स्वीकार भी कर लिया है,डीआईजी लॉ एंड आर्डर नीलेश भरणे का कहना है, कि उत्तराखंड में मंत्री बदलने की जानकारी की वजह से ऐसा हुआ है। जो कि गलत है..
वही कांग्रेस ने भी इस मामले बयान दिया है …कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य गरिमा दसौनी ने कहा की भाजपा वालो क्या हो गया है … गरिमा दसौनी ने कहा कि मदन कौशिक जी भूल गए है कि वे सरकार ने मंत्री नहीं है बल्कि वे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष है और मदन कौशिक को राजनीतिक का इतना ज्ञान होने के बाद वे उनको इस बात का ज्ञान नही है … अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य गरिमा दसौनी ने कहा जिन अधिकारियों ने ये गलती की है उन पर भी कार्यवाई होनी चाहिए ….